ज़ेवियर समाज सेवा संस्थान (एक्सआईएसएस) के फा. माईकल वेन डेन बोगार्ट एस.जे. मेमोरियल ऑडिटोरियम में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन मंगलवार को किया गया। इस वर्ष इस दिन का विषय ‘मजबूत भविष्य के लिए लैंगिक समानता जरूरी है’, जिसपर चर्चा की गयी।
अपने संबोधन में, डॉ जोसेफ मारियानुस कुजुर एसजे, निदेशक एक्सआईएसएस ने लैंगिक समानता और लैंगिक न्याय पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हर साल यह दिन हमें उन शक्तिशाली इंसानों की याद दिलाता है जो महिलाएं हैं। लेकिन, जब हम घर या कार्यस्थल पर उनकी स्थिति की वास्तविकता के करीब आते हैं, तो एक बिल्कुल अलग तस्वीर दिखाई देती है। उन्हें अक्सर निर्णय लेने की शक्ति से वंचित रखा जाता है, जो उस दिन की लोकप्रिय धारणा के विपरीत है जिसे हम आज मना रहे हैं। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की दुर्दशा के कारण वे अक्सर घरेलू नौकर बन जाती हैं या मानव तस्करी की शिकार हो जाती हैं और यह स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती ही जा रही है। इस दृष्टिकोण को सुधारने की जरूरत है और तभी हम इस दिन को इसके वास्तविक गौरव के साथ मना सकते है। एक्सआईएसएस में, हम सभी के लिए एक समान वातावरण बनाने में विश्वास करते हैं, सभी लैंगिक पूर्वाग्रहों को दूर रखते हुए,” डॉ कुजूर ने उल्लेख किया।
कार्यक्रम के बाद एक अनौपचारिक संवाद सत्र और विचारों का आदान-प्रदान, सभी फैकल्टी और कर्मचारियों के बीच हुआ। समारोह के दौरान डॉ प्रदीप केरकेट्टा एसजे, सहायक निदेशक, एक्सआईएसएस; डॉ अमर ई तिग्गा, डीन अकादमिक, सभी कार्यक्रमों के प्रमुख, सम्मानित फैकल्टी सदस्य और संस्थान के कर्मचारी उपस्थित थे।